सोनभद्र - केकराही
स्थानीय छेत्र के आदर्श ग्राम पंचायत केकराही में जल संग्रहण व संरक्षण के उद्देश्य को लेकर ग्राम पंचायत केकराही सोनभद्र मे बना आदर्श तालाब अाजकल दुर्व्यवस्था का शिकार हो गया है। यह पूरे वर्ष भर भरा रहता है, लोगों ने बताया कि कुछ लोग तालाब की बाउण्ड्रीबाल की ईंट को चुराने का काम शुरु कर दिए है।
आज से पांच साल पहले 45 लाख की लागत से तालाब का सुन्दरीकरण व पौधरोपण किया गया था लेकिन तालाब अब अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहा है। मिटटी की कटाव के कारण किनारा कभी भी टूट सकता है कटीले तार व पिलर के सहारे घेराबन्दी कर वृक्षारोपण किया गया था जो कि मिटटी के कटान के कारण तालाब में गिर गया है, तालाब के ऊपर सीसी रोड बनाई गई है लेकिन नीचे की मिट्टी कट जाने से रोड धस गई है। इस समय तालाब के चारो तरफ लगभग 3-4 मीटर की मिटटी दहल गई है जो कभी भी किसी बड़ी दुर्घटना को अंजाम दे सकती है।
ग्रामीणों ने बताया कि जागरुकता के अभाव में इस तरफ किसी का ध्यान ही नही है अगर ग्राम पंचायतों में बने तालाबों का सही रख-रखाव किया जाय तो जल संरक्षण के साथ - साथ मत्स्य पालन करके रोजगार के अवसर भी प्राप्त हो सकता है।
-ब्यूरो चीफ गोविन्द प्रसाद पाण्डेय की रिपोर्ट
स्थानीय छेत्र के आदर्श ग्राम पंचायत केकराही में जल संग्रहण व संरक्षण के उद्देश्य को लेकर ग्राम पंचायत केकराही सोनभद्र मे बना आदर्श तालाब अाजकल दुर्व्यवस्था का शिकार हो गया है। यह पूरे वर्ष भर भरा रहता है, लोगों ने बताया कि कुछ लोग तालाब की बाउण्ड्रीबाल की ईंट को चुराने का काम शुरु कर दिए है।
ग्रामीणों ने बताया कि जागरुकता के अभाव में इस तरफ किसी का ध्यान ही नही है अगर ग्राम पंचायतों में बने तालाबों का सही रख-रखाव किया जाय तो जल संरक्षण के साथ - साथ मत्स्य पालन करके रोजगार के अवसर भी प्राप्त हो सकता है।
-ब्यूरो चीफ गोविन्द प्रसाद पाण्डेय की रिपोर्ट