जातिगत जनगणना हेतु एक मार्मिक अपील
मित्रों! भारत सरकार द्वारा जातिगत जनगणना की घोषणा के पश्चात हमारा विश्वकर्मा समाज भी अपने संख्या बल को प्रदर्शित करने की होड़ में उतावला हो गया है।इन दिनों सोशल मीडिया पर,कुछ मानिंदों के,इस विषय पर मत भी आने शुरू हो गए हैं।
मेरा आप सभी से सिर्फ यही कहना है कि जब भी जातिगत जनगणना की समय सारणी जारी हो तो सभी विश्वकर्मा समाज/समुदाय के लोग अपनी जाति के सही सही आकलन हेतु गणना फॉर्म में सही सूचनाएं दर्ज करें।
मेरे आत्मीय भ्राता श्री व बहनों आप सभी अवगत ही हैं कि,,,,united we stand and devided we falls.
अर्थात् एकता से हम उठते हैं;और बँटने पर हम गिरते हैं।यह समाज इसका दंश कई पीढ़ियों से झेल रहा है।जैसा कि अपने प्रदेश में कुछ कमजोर करने वाली ताकतों ने हमको बढ़ई/लोहार में अलग अलग बाँट कर संघ और संगठन बनाकर किया है।
अतः मैं डॉक्टर दयाराम विश्वकर्मा,अवकाश प्राप्त जिला विकास अधिकारी,आप सभी विश्वकर्मा वंशियों से विनम्र निवेदन कर रहा हूँ कि जब भी जातिगत जनगणना हो तो विश्वकर्मा समाज जाति वाले बॉक्स में केवल
विश्वकर्मा दर्ज करे,और उपजाति वाले कॉलम में लोहार,बढ़ई,मैथिल,झा,ओझा,राणा,महाराणा,मिस्त्री,सुथार,रथकार,करमाकर,रामगढ़िया,धीमान,पांचाल,जांगीण,मालवीय,पतंजलि,उपाध्याय,वर्मा,दीक्षित,कसेरा,ठठेरा,शिल्पी,मकवाना,चारी,आचारी,मेवाड़ा,बघेला,राठौर,टमटा,परमार,सिद्धपुरा,सोनी,यंत्रपाल,करगोत्रा,चारगोत्रा,टांक,कलवरिया इत्यादि।जिस उपजाति के आप हो लेकिन हम सभी की मुख्य जाति मात्र विश्वकर्मा ही होनी चाहिए।
सधन्यवाद!
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संपादकीय/ जाति जनगणना