मुख्यपृष्ठसंपादकीय/ धान रोपाई गीत धान रोपाई गीत byहिन्दुस्तान जनता न्यूज -अगस्त 07, 2025 0 धान रोपाई गीत सावन क पावन महीना सुहावन,रिमझिम बरसे फुहार हो।चला सखी चलीं धान रोपे, मंद - मंद बहे सावनी बयार हो।।कवि - गौतम विश्वकर्मा सुकृत- सोनभद्र Tags: संपादकीय/ धान रोपाई गीत Facebook Twitter